भाकृअनुप-केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ में आम मेला एवं आम विविधता प्रदर्शनी का आयोजन
भाकृअनुप-केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ में दिनांक 28 जून 2022 को आम मेला-2022 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने आम मेला और आम विविधता प्रदर्शनी का उदघाटन किया और अपने संभाषण में किसानों का आह्वान किया कि संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों को अंगीकृत करें तभी वैज्ञानिकों का उत्साह बढेगा और किसानों का लाभ होगा । मुख्य अतिथि ने किसानों की किस्मों के संरक्षण हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिये वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होने आश्वासन दिया कि मेरा प्रयास होगा कि मलिहाबाद क्षेत्र में आम प्रसंस्करण इकाई की शीघ्र स्थापना हो।
संस्थान की निदेशक डा नीलिमा गर्ग ने किसानों को संस्थान द्वारा विकसित की गई विभिन्न प्रौद्योगिकियों की चर्चा करते हुए उन्होने बताया कि क्षेत्र के किसानों के लिये यह संस्थान फल पट्टी क्षेत्र की अंगूठी के नगीने की तरह हैं। इस मेले का उद्देश्य संस्थान की तकनीकों के माध्यम से किसानों की मदद करना हैं। डा. गर्ग ने अपने भाषण में किसानों के लिये क्षेत्र में आम प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया जिससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके। आम विविधता प्रदर्शनी का मूल उद्देश्य किसानों के बीच में जागरुकता बढाना और उनके द्वारा संरक्षित प्रजातियों का संरक्षण और पंजीकरण करवाना है जिससे किसानों को फायदा मिल सके। उन्होने अपने भाषण में आम के विभिन्न उत्पादों की भी चर्चा की और बताया कि फल प्रसंस्करण क्षेत्र में नवयुवकों के लिए उद्यमिता की असीम संभावनाएं हैं। उन्होने यह भी बताया कि आम विविधता प्रदर्शनी में संस्थान के 250 और विभिन्न किसानों के 350 आम के नमूने/प्रदर्श प्रस्तुत किए गए।
आम की विविधता प्रदर्शनी के आलावा आम मेले के मुख्य आकर्षण आम खाने की प्रतियोगिता, आम आधारित व्यंजन प्रतियोगिता, आम के मूल्यवर्धित उत्पादों का प्रदर्शन, आम बागवानों के साथ “आम का तुडाई उपरांत प्रबंधन, मूल्य सम्वर्धन और विपणन” विषय पर किसान गोष्ठी और किसान-वैज्ञानिक परिचर्चा, आम संग्रहालय का भ्रमण और बच्चों के लिये पेंटिंग प्रतियोगिता एवं आम प्रक्षेत्र का तांगा द्वारा भ्रमण रहे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पद्मश्री कलीमुल्लाह खान ने अपने सम्बोधन में आम बागवानों की समस्याओं को रेखांकित करते हुए कहा कि किसान भाई खिले फूलों पर जहरीले रसायन न छिडकें । उन्होंने अपने द्वारा विकसित किस्मों को दिखाते हुए आह्वान किया कि किसान भाई कीड़ो को मारने के दीवाने न हों। सही समय पर सही दवा का सही मात्रा में छिडकाव ही लाभकारी है।
इस अवसर पर लखनऊ फार्मर मार्केट की श्रीमती ज्योत्सना हबीबुल्लाह ने अपने स्टाल में आम के विभिन्न व्यंजन प्रस्तुत किये जिसे सभी ने सराहा। उन्होने बताया कि उनके ऑनलाइन प्लेट्फार्म लखनऊ फार्मर मार्केट से 300 से अधिक किसान पूरे देश भर से जुडे हैं और उन्हें वह अवध आम उत्पादक संघ और लखनऊ फार्मर मार्केट के माध्यम से आम एवम उनके उत्पादों के विपणन में मदद करती हैं।
मलिहाबाद क्षेत्र के किसान श्री उपेंद्र सिंह ने आम विपणन की सफलता की कहानी साझा की और बताया कि अच्छे रूप रंग क़े कारण रु 250 के आम के 12 फल आसानी से बिक रहे हैं। उन्होने किसानों को थैलाबंदी करने का आह्वान किया।
प्रदर्शनी में विभिन्न संस्थानों और उद्यमियों के 20 स्टाल लगाए गए। किसानों के आम के नमूनों में से सर्वोत्कृष्ट नमूनों वाले किसानों को पुरस्कृत किया गया। आम खाने की और आम पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित गई। तकनीकी सत्र में आम के तुड़ाई उपरांत प्रबंधन, मूल्य संवर्धन और विपणन विषय पर किसान गोष्ठी आयजित की गई। तकनीकी सत्र की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डा संजय सिंह ने की । उन्होने अपने उदबोधन में प्रदेश के विकास के लिये बागवानी फसलों पर जोर देने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में संस्थान के साथ प्रदेश सरकार के विभिन्न विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, अवध आम उत्पादक एवम बागवानी समिति, आम उत्पादक संघ, विविध किसान उत्पादक संगठन, माल मलिहाबाद फल सब्जी उत्पादक सहकारी समिति ने भाग लिया। कार्यक्रम में 600 से अधिक किसान, उद्यमी, आम मूल्य श्रंखला सहभागियों ने भाग लिया।